Saturday, August 25, 2012

अपना आखिरी अलविदा कह दिया



आज मैंने उनको अलविदा कह  दिया,
हंस  के  आंसुवो  से  जुदा  कर  दिया ,
ज़िन्दगी  के  इस  मुकाम  पे  आके ,
हमने  उस  मुकाम  को  अलविदा  कह  दिया, 

किसी  के  प्यार  ने  हमे  प्यारा  बना  दिया ,
मुझे  मुझसे  ही  को  मिला  कर  जीना  सिखा  दिया, 
यूँ  तो  हम  राह  के  पत्थर  थे ,
तराश  कर  मुझे  उसने , अपना  खुदा  बना  दिया ,

दे  ना  सके  उसको   हम ,
जो  उसने  हंस  के  हमे  दे  दिया ,
प्यार  की  थोड़ी  सी  ही  उम्र  में ,
उसने  उम्र  भर  का  प्यार  दे  दिया, 
यूँ  तो  वो  रात  की  तन्हाई  में  रोते  थे  अक्सर ,
पर  क्यूँ  मुझे  रोकर  मुस्कुराना  सिखा  दिया ,

हम  चले  गए  तुम्हे  छोड़   कर ,
तुम्हारे  सपनो  को  यूँ  मिटा  दिया, 
रात  के  अँधेरे   में  अब ,
फिर  से  हमने  अँधेरा  जगा  दिया ,
जो  दिया  तुमने  जलाया  था ,
आज  उसी  को  हमने  बुझा  दिया ,
और  आज  हंस  कर  मैंने  तुम्हे ,
अपना  आखिरी  अलविदा  कह  दिया,

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